DM का Full form और डीएम के बारे में सभी जानकारी हिंदी में/ DM full form and all information about DM in Hindi
DM का Full form और डीएम के बारे में सभी जानकारी हिंदी में/ DM full form and all information about DM in Hindi // wikipedia
full form dm / dm का पूर्ण रूप क्या है
हेलो दोस्तो आज के लेख में आप सभी लोग जानेंगे DM full form और डीएम या DM कि सभी अन्य बातो को में इस लेख में बताने वाला हूं। आप ने कहीं ना कहीं डीएम के बारे में सुना तो होगा। तो मैने आपके लिए DM का फुल फॉर्म को Details से बताएगा। जो आपको अवश्य जानना चाहिए।
DM का Full form और डीएम के बारे में सभी जानकारी |
Q. DM full form?
डीएम का फुल फॉर्म “जिला मजिस्ट्रेट” होता है जिसे संक्षिप्त में डीएम(DM) के नाम से जाना जाता है। इसको इंग्लिश में “district magistrate” कहा जाता हैं। जिला मजिस्ट्रेट (district magistrate) को जिला अधिकारी भी कहा जाता है।
डीएम व्यवस्था और कानून का रखरखाव पुलिस और जेलों का रखरखाव आदि जैसे- कार्य को संभालता है। District Magistrate का पद जितना बड़ा है उतनी ही बड़ी उनकी responsibilities भी होती है। हम DM कि जिम्मेदारी को भी आगे जानेंगे।
district magistrate को हम लोग संक्षिप्त में DM के नाम से जानते हैं। एक (Indian Administrative Service) यानी भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी है। District Magistrate को 1 जिले की कार्यकारी करना होती हैं, जो उस district के Administration को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। आप लोग जिले के अधिकारी को जिले का प्रधान भी कह सकते हो।
इन्हे भी जाने:—
DM की जिम्मेदारियां:—
1] जिले की Law and order बनाए रखना।
2] police के कार्य को नियंत्रित एवं निर्देशित भी करता है।
3] District Magistrate के पास जिले में Lock–up और जेल के प्रशासन पर अधिकार है।
4] DM प्रत्येक साल अपने जिले में हुए अपराध या घटना और कार्यों कि रिपोर्ट Government तक भेजता है।
5] डीएम सभी सरकारी काम और उसके जिले के अंदर आने वाले सभी Districts का निरीक्षण करता है।
6] एक डीएम (DM) अपने व्यवस्था को चलाने के लिए अपने कक्ष अंदर काम करने वाले सभी अधिकारियों (officers) पर नजर रखता है।
डीएम के काम या कार्य
डीएम का कार्य कानून व्यवस्था को बनाये रखना है। वार्षिक अपराध की सरकार को Report देना। police और Jail का काम डीएम करता है।
डीएम(DM) कैसे बने ?
1] एक डीएम बनने के लिए आपको IAS को clear करना पड़ता है।
2] IAS officer बनने के लिए आपको हर साल UPSC द्वारा आयोजित CSE परीक्षाओ में शामिल होना पड़ेगा।
3] जब आप UPSC सिविल सेवा exam (upsc) में एक अच्छे अंक हासिल कर लेते हैं तो आप भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (IAS) के लिए चुने जाते हैं.
4] एक या दो Promotion के बाद IAS अधिकारी एक district का DM बन जाता है।
5] आईएएस में प्रवेश के बाद, आपको जिला मजिस्ट्रेट बनने के लिए, आपको स्वचालित रूप से डीएम के पद पर पदोन्नत किया जाएगा।
6] district को चुनना आपके लिए संभव नहीं है
डीएम के लिए आयु सीमा को जानते है:—
डीएम के पद के लिए आयु सीमा अलग-अलग वर्ग के calculation से अलग-अलग Category में रखा गया है।
अगर आप किसी General category से belong करते हैं, तो आपकी आयु सीमा 21 से 30 वर्ष की होनी चाहिए।
अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 21 वर्ष से 33 वर्ष होनी चाहिए क्योंकि आप ओबीसी वर्ग से Belong कर रहे हैं तो आपको 3 साल की छूट मिलती है।
अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग वालों की अपेक्षा उनको OBC वर्ग वालों के मुकाबले 2 साल ज्यादा छूट मिलती है, यानी कि SC तथा ST कि 5 साल की छूट होती है। तो District Magistrate पद के लिए Exams के लिए आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष तक की है।
DM कि परीक्षा की तैयारी कैसे करे?
1] आपको डीएम बनने के लिए एक स्ट्रेटजी तैयार करनी है, जो आप विशेषज्ञों की सहायता से कर सकते हो।
2] आपको अपने General knowledge को भी बढ़ाना पड़ेगा और General knowledge को बढ़ाने के लिए आप किताबें और अखबार कि मदद आदि का प्रयोग कर सकते हैं।
3] आपको इसके अंतर्गत Knowledge of law होनी जरूरी है, तो आपका फोकस इसके ऊपर भी होना चाहिए।
4] आप इसके Exam pattern को सही से समझने के लिए Past question paper को analyse कर सकते हैं. इससे आपको बहुत फायदा होगा।
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मुझे लगता है कि आपने डीएम के बारे में सभी जानकारी हिंदी में पड़ी। और आशा करता हूं कि आपको यह समझ में भी आई होगी। अगर आपको यह डीएम से सम्बन्धित जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तो को भी शेयर करे। अगर वे भी डीएम की तैयारी कर रहे है। तो आप इस लेख को अवश्य शेयर करे। धन्यवाद
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